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कौन कहता है मैं अकेला हूँ

कौन कहता है मैं अकेला हूँ,
ये माया का जो जाल व्हाट्सप्प व् यूट्यूब ने बना रखा है,
करोङो को कहीं किसी वजह से
तो कहीं बिना किसी वजह के ही फंसा रखा है,
उन्हीं में से मैं भी उसका एक चेला हूँ,
कौन कहता है मैं अकेला हूँ……

बस मोबाइल का इंटरनेट ख़तम न हो,
सोशल मीडिया का ये भेंट ख़तम न हो,
कम पड़ जायेंगे कुदरत के बनाये ये दिन २४ घंटे के,
बस मेरे प्यारे मोबाइल की बैटरी ख़तम न हो,
कैसे बताऊँ इसके अभाव में या फिर नेट जाने के बाद में
मैं क्या – क्या झेला हूँ,
कौन कहता है मैं अकेला हूँ…..

क्या जरूरत है परफ्यूम पर पैसे उड़ाने की
रोज नहाने और लोगों को दिखाने की,
बस वो सेल्फ़ी ही काफी है सुबह की
जो मुँह धुलने के बाद खींच कर
स्टेटस में लगाता हूँ,
राजा हूँ अपने ग्रुप का
ग्रुप में हर खेल खेला हूँ,
कौन कहता हैं मैं अकेला हूँ….

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