ख्वाब में एक ख्वाब: एक ख्वाब -2
यह ख्वाब में एक ख्वाब था मैं उठ खड़ा हुआ था,न परी थी न समंदर बिस्तर पड़ा हुआ था।थी नींद मेरी गहरी देर तक सो चुका था,शायद परी के चक्कर में देर हो चुका था… अब आ चुका था मंजिल बन-ठन के मैं चला था,और फिर किसी की राह में ये मनचला खड़ा था,सब लोग […]
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