प्यार और एहसास
एहसास जरिया हैप्यार के महसूस होने काएक के बिना दूजावैसे ही अधूरा होता है। एहसास किसके साथकैसे और कितना हुआये तो एकअलग बात हैपर जो भी हो उसकीएक पहुंच होबस यही एकसलग बात है एहसास… प्यार और एहसास
एहसास जरिया हैप्यार के महसूस होने काएक के बिना दूजावैसे ही अधूरा होता है। एहसास किसके साथकैसे और कितना हुआये तो एकअलग बात हैपर जो भी हो उसकीएक पहुंच होबस यही एकसलग बात है एहसास… प्यार और एहसास
उम्मीद और अफसाना,शब्द ही तो हैं परएक कसक प्यार और विश्वास काझकझोर केपल-पल क्षण-क्षण के बनायेसारे सपने तोड़ केउम्मीद यादों कोअफसाना बना देती है। उम्मीद स्वर्ग का एहसास है तबजब जरा उतरेउम्मीद प्यार की गहराई… उम्मीद और अफसाना
यह ख्वाब में एक ख्वाब था मैं उठ खड़ा हुआ था,न परी थी न समंदर बिस्तर पड़ा हुआ था।थी नींद मेरी गहरी देर तक सो चुका था,शायद परी के चक्कर में देर हो चुका था…… ख्वाब में एक ख्वाब: एक ख्वाब -2
मैं भोला हूँ, कच्चा हूँ,कुछ झूठा हूँ, कुछ सच्चा हूं,लेकिन कुछ बातें हैंजहां देख नहीं सकता तुझे,हां हो रही है जलन मुझे… ये आँखों-आँखों की जो बातें हैं,बस यहीं हम दोनों की मुलाकातें हैं,तेरा हंसना,… प्रेम: ईर्ष्या दिल का (हां हो रही है जलन मुझे)
दरिया से होते हुए समंदर में गिरना था,मालूम नहीं था मुझे यहीं आकर मिलना था।दरिया से होते हुए समंदर में गिरना था…. उस आग के झोकों ने कुछ नहीं बिगाड़ा मेरा,फूलों की खुशबू ने कुछ… दरिया से होते हुए समंदर में: एक ख्वाब -1
मेरी और तुम्हारी कहानी कुछ यूं रहीमैं चाहा था हर वक्त तुझे लेकिन तू चाहत से दूर रहीमेरी और तुम्हारी कहानी…… याद है पहली बार तेरे दीदार से ही परितृप था,उमंगें भी बहुत थी मन… मेरी और तुम्हारी कहानी कुछ यूं रही
तू अच्छी है सच्ची हैलेकिन बोलती बहोत है…तेरी नटखट कुछ आदतेंटटोलती बहोत है,तू अच्छी…. कभी गुस्सा भी आ जाता हैतेरी कही हुई कुछ बातों पर,मैं सोचने को मजबूर हो जाता हूंतेरी सोच की हालातों पर,पर… तू अच्छी है सच्ची है लेकिन बोलती बहोत है
आज देखा ही नहीं निगाह भर के उसे, लगता है यूं ही कुछ खोया सा हैआज देखा ही नहीं निगाह भर के उसे… कुछ वक्त का तकाज़ा था तोकुछ आहट भी न आयी उधर से,पलके… लगता है यूं ही कुछ खोया सा है
सुना है कल याद किया था किसी ने मुझे,ये मोहब्बत है या कुछ औरबताना मुश्किल है… हिचकी भी आयी थी एक बारमां से जिक्र भी किया था,मां भी निकली सयानीबोली कम कम ही निवाला डाला… सुना है कल याद किया था किसी ने मुझे
क्या होता कहीं तू यूँ ही रूठ जाती…ये मुस्कुराना, खिलखिलाना,नज़रों से नज़रें मिलाना,सब कुछ यूँ ही छूट जाती,क्या होता कहीं तू यूँ ही रूठ जाती… ये डर हर पल डराये जाती है,धड़कनों को आग सी… क्या होता कहीं तू यूँ ही रूठ जाती