काश तू ऐसी होती
काश तू ऐसी होती…हंसती, मुस्कुराती,मेरा हर एक गमयु ही मिटाती,इस हरियाली में हवाओं सीखुश्बुओं के जैसी होती,काश तू ऐसी होती… मैं हँसते – हँसते जब यूँ हीमायूस हो जाता हूँ, थका सा – हारा साजाने कहाँ खो जाता हूँ ,तू एक दुआ होती उस वक्त रात के जुगनुओं के जैसी होती,काश तू ऐसी होती… जब […]