व्यस्त संसार में व्यक्तिगत जीवन

व्यस्त संसार में व्यक्तिगत जीवन

कैसे अपनी हसरतों से वाकिफ़ कराऊँ तुझे,
अपने मन की उस गहराई को कैसे दिखाऊं तुझे,
कैसे अपनी हसरतों…..

तेरी हर एक आहट पर नजर है मुझको,
हरकतों की हर एक खनखनाहट की खबर है मुझको,
पर हैं कुछ बातें जो जिम्मेदारियों के नीचे दब के रह जाती हैं,
उन बातों की आहट की कैसे एहसास दिलाऊं तुझे,
कैसे अपनी हसरतों से वाकिफ़ कराऊँ तुझे,
अपने मन की उस गहराई को कैसे दिखाऊं तुझे…

कैसे अपनी हसरतों से वाकिफ़ कराऊँ तुझे,
अपने मन की उस गहराई को कैसे दिखाऊं तुझे,
कैसे अपनी हसरतों…..

तेरी हर एक आहट पर नजर है मुझको,
हरकतों की हर एक खनखनाहट की खबर है मुझको,
पर हैं कुछ बातें जो जिम्मेदारियों के नीचे दब के रह जाती हैं,
उन बातों की आहट की कैसे एहसास दिलाऊं तुझे,
कैसे अपनी हसरतों से वाकिफ़ कराऊँ तुझे,
अपने मन की उस गहराई को कैसे दिखाऊं तुझे…

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